
Workers of Seva Bharti brought relief in this area of Delhi with the help of boat
शायद आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि देश की राजधानी दिल्ली में आज भी कुछ ऐसे इलाके हैं, जहां सड़क मार्ग के द्वारा नहीं पहुंचा जा सकता और लोग वहां आदिवासियों जैसा जीवन व्यतीत करते हैं। जी हां, यमुना खादर में कई इलाके ऐसे हैं, जहां सड़क के द्वारा नहीं पहुंचा जा सकता और वहां जाने के लिए एकमात्र सहारा हैं- नावें।
इसी वजह से राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के बीच दिल्ली के इस इलाके में रह रहे लोगों तक न तो मीडिया पहुंच पा रहा है, न कोई नेता, न ही पुलिस या प्रशासन की सहायता। इसके कारण लॉकडाउन के बीच इन परिवारोंं के लिए जीवन-यापन काफी मुश्किल हो गया है।
जब राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की संस्था सेवा भारती को यह जानकारी मिली, तो उसने तुरंत उन ज़रूरतमंदों की सहायता करने का फैसला किया। इसके बाद उसके कुछ कार्यकर्ता नावों के जरिए राशन लेकर यमुना खादर में उन परिवारों तक पहुंचे, जिनके पास जाने का ख्याल किसी को आम दिनों में भी नहीं आता।
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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दिल्ली प्रांत के प्रचार प्रमुख रितेश अग्रवाल ने तनमन.ओआरजी (www.tanman.org) को बताया कि यमुना खादर के इस इलाके में करीब 60-65 लोग रहते हैं और इनमें से ज्यादातर लोग बिहार से रोजी-रोटी की तलाश में आए मजदूर थे, जो यहीं बस गए। ये लोग खेती और मजदूरी करके बड़ी मुश्किल से अपना गुजारा करते हैं, लेकिन लॉकडाउन के कारण उनके सारे काम बंद हो गए हैं और बाहर जाने की भी इजाजत नहीं है, जिसकी वजह से न तो उनके पास पर्याप्त मात्रा में राशन की उपलब्धता है, न ही उन्हें दोनों जून की रोटी मिल पा रही है।
रितेश अग्रवाल के मुताबिक, जब सेवा भारती की टीम नाव में बैठकर उन परिवारों तक पहुंची, तो देखा कि लोग भूख से बेहाल थे और कार्यकर्ताओं की तरफ आशा भरी निगाहों से देख रहे थे। छोटे-छोटे बच्चों का दृश्य रुला देने वाला था। वे कार्यकर्ताओं के हाथ पकड़कर कुछ खाने को मांग रहे थे। उन्हें कई दिनों से खाना नहीं मिला था। वहां की महिलाओं ने बताया कि उनके पास किसी प्रकार की कोई मदद नहीं पहुंच पा रही है और उन्हें आने-जाने में भी बहुत तकलीफ होती है। नाव में बैठकर वे बाहर तो जा सकते हैं, लेकिन एक तो बाहर कोई काम नहीं है, दूसरा- सब कुछ बंद होने से प्रशासन के लोग भी आने-जाने से मना करते हैं।
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रितेश अग्रवाल ने बताया कि सेवा भारती की टीम उन तमाम लोगों के लिए नावों में भरकर राशन ले गई थी। यह सहायता पाकर यमुना खादर इलाके में रह रहे इन लोगों की जान में जान आई, लकेिन यह चिंता भी थी कि अगर लॉकडाउन लंबा खिंचा तो फिर वे क्या करेंगे। इस पर सेवा भारती के कार्यकर्ताओं ने उन्हें आश्वासन दिया कि बीच-बीच में वे उनके लिए सहायता लेकर आते रहेंगे। फिर भी यदि कोई परेशानी हो तो सेवा भारती के हेल्पलाइन नंबर 88100 66066 पर जानकारी दे सकते हैं।
आपको बता दें कि दिल्ली में सेवा भारती के 1000 से अधिक कार्यकर्ता हर रोज़ 30 हजार से ज्यादा जरूरतमंदों को राशन और भोजन मुहैया करा रहे हैं।
सेवा भारती का कोविड-19 हेल्पलाइन नंबर है- 88100 66066
सेवा भारती के 1000 से अधिक कार्यकर्ता हर रोज़ दिल्ली में 30 हज़ार लोगों को खाना और राशन पहुंचा रहे हैं।
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