जानिए, कोरोना लॉकडाउन के दौरान घर में रहकर शारीरिक गतिविधियां क्यों हैं ज़रूरी?
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How to stay healthy at home during corona lockdown

जबकि कोरोना वायरस (Corona Virus) के बढ़ते संक्रमण की वजह से पूरी दुनिया में लोग अपने-अपने घरों में कैद रहने को मजबूर हैं तो ऐसे में WHO ने एडवाइजरी जारी करके लोगों को बताया है कि घर में रहने के दौरान शारीरिक गतिविधियों को भी जारी रखना क्यों जरूरी है।

‘सक्रिय बनो’ अभियान

WHO की ओर से कहा गया है कि घर पर रहने के दौरान हर उम्र के लोगों के लिए यह जरूरी है कि वे अपने आपको जितना अधिक हो सके, सक्रिय रखें। WHO ने इसी के लिए सक्रिय बनो (Be Active) नामक एक अभियान भी शुरू किया है, जिसका उद्देश्य लोगों को इसके लिए प्रेरित करना है। साथ ही इसे उनके लिए मनोरंजन से भरपूर भी बनाना है।

शारीरिक गतिविधियों से मिलने वाले लाभ

एडवाइजरी में कहा गया है कि घर में बैठे रहने के दौरान यदि आप छोटे-छोटे ब्रेक लेकर तीन से चार मिनट भी शारीरिक गतिविधियां, जैसे कि टहलना (walking) और स्ट्रेचिंग (stretching) आदि कर लेते हैं तो इससे कई लाभ मिलेंगे।

  • एक तो आपकी मांसपेशियों (muscles) की अकड़न दूर होगी।
  • दूसरा रक्त का संचार बढ़ेगा।
  • तीसरा मांसपेशियों की संक्रियता भी बढ़ेगी।

साथ ही, शारीरिक गतिविधियां करके ऐसी अनेक बीमारियों से बचा जा सकता है या उन्हें नियंत्रित रख सकता है, जो कोरोना वायरस का संक्रमण होने पर जान का खतरा बढ़ा सकती हैं। जैसे, शारीरिक गतिविधियों से-

  • ब्लड प्रेशर (blood pressure) भी नियंत्रित रहता है।
  • वजन भी नहीं बढ़ता है।
  • दिल की बीमारियों का खतरा भी कम हो जाता है।
  • स्ट्रोक (stroke) आने की आशंका भी कम हो जाती है।
  • टाइप-2 डायबिटीज (type-2 diabetes) से भी बचाव हो सकता है।
  • कई प्रकार के कैंसर (cancer) से भी रक्षा हो सकती है।

शारीरिक गतिविधियों से मिलने वाले अन्य लाभ

एडवाइजरी के अनुसार इससे और कभी कई तरह के लाभ मिलते हैं।

  • मांसपेशियों की मजबूती बढ़ती है।
  • हड्डियां मजबूत बनती हैं।
  • संतुलन (balance) बढ़ता है।
  • शरीर की फ्लेक्सिबिलिटी (flexibility) भी बढ़ती है।
  • फिटनेस बेहतर होता है।
  • बुजुर्गों को इससे एक और बड़ा लाभ यह मिलता है कि उनका संतुलन मजबूत होता है, जिससे वे गिरने की वजह से घायल होने से बच पाते हैं।

मानसिक स्वास्थ्य के लिए

अपनी रोजाना की गतिविधियों में यदि आप फिजिकल एक्सरसाइज को भी शामिल कर लेते हैं और परिवार के सदस्यों को भी इसके लिए प्रेरित करते हैं तो इससे मानसिक स्वास्थ्य भी उत्तम बना रहता है।

  • डिप्रेशन का खतरा इससे कम होता है।
  • याद रखने की क्षमता बढ़ती है।
  • डिमेंशिया का खतरा दूर होता है।
  • साथ ही इससे दिमाग में अच्छी अनुभूति भी होती है।

डिस्क्लेमर (अस्वीकरण) : इस वेबसाइट पर स्वास्थ्य से संबंधित सभी सामग्रियां केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए प्रकाशित की गई हैं और ये पेशेवर चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं हैं। इसलिए अपने स्वास्थ्य या किसी मेडिकल कंडीशन के बारे में यदि आपके मन में कोई सवाल हैं, तो हमेशा किसी योग्य चिकित्सक या अन्य योग्य स्वास्थ्य पेशेवर का मार्गदर्शन लें। यदि आपको लगता है कि आपको कोई मेडिकल इमरजेंसी हो सकती है, तो तुरंत अपने डॉक्टर अथवा आपातकालीन सेवाओं को कॉल करें, या फिर अपने नजदीकी अस्पताल के आपातकालीन विभाग में जाएं। कृपया यह भी ध्यान रखें कि विज्ञापनों में अथवा बाहरी लिंक के सहारे इस वेबसाइट से बाहर ले जाने अन्य वेबसाइटों पर किए गए दावों के लिए तनमन.ओआरजी की टीम ज़िम्मेदार नहीं है।



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