धीमा ज़हर पीने से कम नहीं है चाय का सेवन
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Having tea is like consuming slow poison

चाय आज लोगों के जीवन का अहम हिस्सा बन गयी है। हर घर में चाय बनाई जाती है। बहुत से लोग तो सुबह उठने के साथ ही खाली पेट भी चाय पी लेते हैं। कोई आता है तो उसके लिए चाय बनाई जाती है। ऑफिस में चाय पिलाई जाती है। दोस्तों के साथ निकलते हैं तब भी चाय का आर्डर दे देते हैं, लेकिन चाय पीना वास्तव में कितना नुकसानदायक है, यहां हम आपको इसके बारे में बता रहे हैं।

चाय पीने से नुकसान (Tea is dangerous)

  • इसे पीने से नवयुवकों का पुरुषार्थ कम होता है।
  • शरीर में विटामिन के जरूरी अंश खत्म होने लगते हैं।
  • यह नसों का दुश्मन होता है और शरीर के पराक्रम को कम करता है।
  • दांतो के लिए भी यह नुकसानदायक होता है।
  • चाय पीने से पेशाब में यूरिक एसिड की मात्रा दोगुनी हो जाती है।
  • इसे पीने से मूत्राशय में कमजोरी आती है।
  • बार बार पेशाब आने की भी समस्या हो जाती है।

चाय में होते हैं इतने प्रकार के जहर (Poison in tea)

  • इसमें टैनिन (Tannin) होता है, जिसका इस्तेमाल चमड़े को रंगने के लिए और इसे कठोर बनाने के लिए किया जाता है। आंतों की सतह को यह कठोर बना देता है, जिस वजह से भूख कम लगने लगती है और पाचन शक्ति भी कमजोर हो जाती है। यही नहीं इसकी वजह से गैस की समस्या बढ़ जाती है और पेट में घाव तक हो जाते हैं। कैंसर के कई कारणों में से भी यह एक है। साथ ही यह कब्ज को भी जन्म देता है
  • चाय में कैफीन (Caffein) मौजूद होता है, जो कि पेट में अम्ल को बढ़ाकर उच्च रक्तचाप, सिरदर्द, अनिद्रा, लीवर की बीमारी, एनीमिया, विटामिन बी की कमी, बालों का समय से पहले सफेद होना, गुर्दों का कमजोर हो जाना, स्मरण शक्ति का कमजोर होना, ह्रदय रोग, देखने और सुनने में समस्या होना जैसी समस्याओं को जन्म देता है।
  • चाय में मौजूद थीन (Theine) की वजह से फेफड़ों और मस्तिष्क पर काम करने का बोझ बढ़ जाता है। ऐसे में इनसे संबंधित बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
  • चाय में पेमीन की मौजूदगी टेनिन की तरह ही पाचन शक्ति को बिगाड़ देती है।
  • चाय में वोलेटाइल ऑयल (Volatile Oil) होता है जो कि नींद का नाश कर देता है। इसकी वजह से आंखों से संबंधित बीमारियां भी होती हैं।
  • चाय में सायनाइड की भी मौजूदगी होती है, जो कि बेहद विषाक्त पदार्थ माना जाता है।
  • चाय में एरोमेटिक आयल (Arormatic Oil) होता है, जो कि आंतों में खुश्की पैदा करके परेशानी बढ़ा देता है।
  • चाय में कार्बोलिक एसिड (Carbolic Acid) भी होता है जो कि गैस के रूप में पैदा होकर आयु को घटाने का काम करता है। इसकी वजह से बुढ़ापा भी जल्दी आने लगता है।
  • चाय में मौजूद साइनोजन और स्ट्रिकनाइल के कारण चक्कर आने, खून से संबंधित रोग, वीर्य दोष, लकवा और अनिद्रा जैसी बीमारियां भी हो जाती हैं।

चाय की जगह ये पी सकते हैं (Alternatives for tea)

  • नींबू पानी।
  • फलों का जूस।
  • दूध।
  • मट्ठा।
  • नींबू की शिकंजी।
  • छाछ।
  • लस्सी आदि।

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