कोरोना का डरः जानिए वर्क फ्राॅम होम से कितना बढ़ गया है मोबाइल इंटरनेट का इस्तेमाल
कृपया शेयर करें ताकि अधिक लोग लाभ उठा सकें

कोरोना क्विक अपडेट

  • स्वास्थ्य मंत्रालय के 15 मई 2021 के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में अभी कोरोना के 3673802 एक्टिव केस हैं, 20432898 लोग ठीक हो चुके हैं और 266207 की मृत्यु हो चुकी है।
  • वेबसाइट वर्ल्डमीटर्स.इनफो के मुताबिक, भारत कोरोना से मृत्यु के मामले में अमेरिका और ब्राजील के बाद तीसरे स्थान पर है।
  • विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के मुताबिक, कोरोना से पूरी दुनिया में अब तक 16,15,13,458 लोग संक्रमित हुए हैं और 33,52,109 लोग दम तोड़ चुके हैं।
  • कोरोना के बारे में अफवाहों से बचने और पल-पल की सही जानकारी व ख़बरें प्राप्त करने के लिए जुड़े रहें https://tanman.org/ के साथ।

Due to increased work from home, telcom companies struggle to maintain speed

अब जबकि भारत भी कोरोना वायरस की चपेट में है और यहां कम्प्लीट लाॅकडाउन है, तो ऐसे में इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाले लोगों की तादाद बढ़ गई है। इस तरह के लोगों को तीन श्रेणियों में बांटा जा सकता है।

  • पहली श्रेणी में वे लोग हैं, जो अपने कार्यालय के सर्वर से क्लाउड पर जुड़े हुए हैं।
  • दूसरे में पांचवीं तक के बच्चे हैं, जो Online ही ट्यूटोरियल क्लास ले रहे हैं।
  • तीसरी श्रेणी में वे लोग हैं, जिनके पास कोई काम नहीं है यानी कि किशोर, जो गाने सुनने और शो देखने में इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहे हैं।

मोबाइल इंटरनेट की मांग बढ़ी

  • भले ही इंटरनेट सर्विस प्रदाता की भूमिका मेडिकल स्टाफ की तरह बहुत गहराई वाली इस वक्त न हो, मगर इंटरनेट की मांग जिस तेजी से बढ़ी है, ऐसे में उनके लिए भी इसे पूरा कर पाना कठिन हो रहा है।
  • ब्राॅडबैंड कनेक्शन तो भारत में बहुत से लोग लेते हैं, लेकिन अधिकतर लोग मोबाइल इंटरनेट से ही काम चला ले रहे हैं।
  • आंकड़ों पर गौर करें तो भारत में 630 मिलियन यूजर्स हैं 3G या 4G का इस्तेमाल करने वाले, मगर इनमें से केवल 19 मिलियन घरों में ही लोगों ने ब्राॅडबैंड कनेक्शन ले रखा है।
  • ओकला स्पीड टेस्ट इंडेक्स (Ookla’s Speed Test index) के मुताबिक इंटरनेट प्रदाता कई कंपनियों की ओर से बढ़ते दबाव को झेलने और गति को कायम रखने की कोशिशें की जा रही हैं, मगर विशेषज्ञों का मानना है कि जब पूरी तरह से लाॅकडाउन हो जायेगा तो इसे कायम रखना बहुत मुश्किल हो जायेगा।

Bank of America Securities की रिपोर्ट

  • Bank of America Securities की ओर से प्रकाशित की गई एक रिपोर्ट में बताया गया है कि बीते कुछ समय में इंटरनेट के इस्तेमाल में 10 फीसदी की बढोतरी देखी गई है।
  • ऐसा इसलिए हुआ है, क्योंकि कोरोना वायरस के संक्रमण के फैले होने की वजह से बड़ी संख्या में कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को घर से ही काम करने के लिए कह दिया है। इनमें Infosys और TCS जैसी बड़ी कंपनियां भी शामिल हैं, जिनके कर्मचारियों की संख्या लगभग चार मिलियन है।
  • जितनी अधिक संख्या में घर से काम करने वाले हैं, वैसे में एक वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) से कनेक्ट होने की सुविधा की आवश्यकता है, ताकि वे अपने office apps से जुड़े रहें।

प्रभावित होने लगी है गति

  • धीरे-धीरे लाॅकडाउन की वजह से इंटरनेट के इस्तेमाल में जो बढ़ोतरी देखने को मिली है, उसकी वजह से इंटरनेट की गति पर असर दिखने लगा है।
  • भले ही लोग 4G का इस्तेमाल कर रहे हैं, मगर 4G की गति मिल नहीं पाने से उनका फ्रस्ट्रेशन बाहर आने लगा है।

इन्होंने की है सरकार से अपील

  • इस बीच यूबीएस ग्रुप एजी, ड्यूश बैंक एजी जैसी बड़ी संस्थाओं ने व्यापारिक इकाई नेस्काॅम के साथ मिलकर सरकार को इसके लिए मनाना शुरू कर दिया है कि आईटी कंपनियों को अत्यावश्यक सुविधा वाला टैग प्रदान कर दिया जाए, ताकि इसकी वजह से उनके कुछ कर्मचारियों को आॅफिस जाने की अनुमति मिल जाए और वे हाई-स्पीड इंटरनेट का इस्तेमाल कर सकें।


क्या कर रहे नेटफ्लिक्स, अमेजन प्राइम वीडियो और यूट्यूब?

  • टेलीकाॅम इंडस्ट्री की ओर से नेटफ्लिक्स, अमेजन प्राइम वीडियो और यूट्यूब जैसे प्लेटफाॅर्म से ऐसे कदम उठाने की अपील की गई है, जिससे कि नेटवर्क पर दबाव कुछ घटे।
  • नेटफ्लिक्स के उपाध्यक्ष (कंटेंट डिलीवरी) केन फ्लोरेंस के हवाले से एक समाचार एजेंसी को बताया गया है कि कोरोना वायरस के संक्रमण के वैश्विक संकट को देखते हुए नेटफ्लिक्स ने टेलीकाॅम नेटवर्क पर ट्रैफिक को 25 फीसदी तक घटा लिया है और इस दौरान अपनी सेवाओं की गुणवत्ता भी उसकी ओर से प्रभावित नहीं होने दी गई है।
  • खबरों के मुताबिक अमेजन प्राइम वीडियो की ओर से भी इस दिशा में काम किया जा रहा है।

डिस्क्लेमर (अस्वीकरण) : इस वेबसाइट पर स्वास्थ्य से संबंधित सभी सामग्रियां केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए प्रकाशित की गई हैं और ये पेशेवर चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं हैं। इसलिए अपने स्वास्थ्य या किसी मेडिकल कंडीशन के बारे में यदि आपके मन में कोई सवाल हैं, तो हमेशा किसी योग्य चिकित्सक या अन्य योग्य स्वास्थ्य पेशेवर का मार्गदर्शन लें। यदि आपको लगता है कि आपको कोई मेडिकल इमरजेंसी हो सकती है, तो तुरंत अपने डॉक्टर अथवा आपातकालीन सेवाओं को कॉल करें, या फिर अपने नजदीकी अस्पताल के आपातकालीन विभाग में जाएं। कृपया यह भी ध्यान रखें कि विज्ञापनों में अथवा बाहरी लिंक के सहारे इस वेबसाइट से बाहर ले जाने अन्य वेबसाइटों पर किए गए दावों के लिए तनमन.ओआरजी की टीम ज़िम्मेदार नहीं है।

error: Content is protected !!