कोरोना वायरस से बचाव के लिए बना ‘कवच’, ऐसे करेगा जान की हिफाजत
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कोरोना क्विक अपडेट

  • स्वास्थ्य मंत्रालय के 15 मई 2021 के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में अभी कोरोना के 3673802 एक्टिव केस हैं, 20432898 लोग ठीक हो चुके हैं और 266207 की मृत्यु हो चुकी है।
  • वेबसाइट वर्ल्डमीटर्स.इनफो के मुताबिक, भारत कोरोना से मृत्यु के मामले में अमेरिका और ब्राजील के बाद तीसरे स्थान पर है।
  • विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के मुताबिक, कोरोना से पूरी दुनिया में अब तक 16,15,13,458 लोग संक्रमित हुए हैं और 33,52,109 लोग दम तोड़ चुके हैं।
  • कोरोना के बारे में अफवाहों से बचने और पल-पल की सही जानकारी व ख़बरें प्राप्त करने के लिए जुड़े रहें https://tanman.org/ के साथ।

This new IoT device ‘Kawach’ will remind you to wash hands every 30 minutes and keep distance

कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण ने भारत की चिंता बढ़ा दी है। देशभर में 21 दिनों के लिए लाॅकडाउन भी कर दिया गया है। साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग भी लोगों से बरतने की अपील की जा रही है, ताकि कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके, लेकिन कहीं ऐसा तो नहीं कि आपके लिए कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए बाकी लोगों से अनिवार्य एक मीटर की दूरी बनाना कठिन हो रहा है? कहीं ऐसा तो नहीं कि आप नियमित रूप से हाथ धोना भूल जा रहे हैं? यदि ऐसा है तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि पंजाब में इंजीनियरिंग के एक छात्र ने आपकी इन समस्याओं का हल ढूंढ़ निकाला है।

इन्होंने किया कमाल

  • पंजाब के इंजीनियरिंग छात्र प्रबीन कुमार दास ने ‘कवच’ (shield) नाम का एक उपकरण विकसित किया है, जो उस स्थिति में कंपन करना और चमकना शुरू कर देता है, जब कोई आपके आसपास एक मीटर के क्षेत्र में प्रवेश करता है।
  • यह एक ऐसी डिवाइस है जिसे आप एक पेंडेंट के रूप में पहन सकते हैं।
  • इसमें एक हैंड वॉश रिमाइंडर भी लगा हुआ है, जो आपको हर आधा घंटा पर याद दिलाता है कि आपको अपने हाथों को धोना है।
  • इसमें एक तापमान सेंसर भी लगा हुआ है जो आपके शरीर के तापमान के निर्धारित सीमा को पार करने की स्थिति में एसएमएस के माध्यम से आपको आगाह करता है।

क्या कहना है इस आविष्कारक का?

  • दास के हवाले से बताया गया है कि कवच एक बहुत ही कम लागत वाली और आसानी से लेकर चलने वाली डिवाइस है, जिसमें LED, वाइब्रेटर, कंट्रोलर, बैटरी, मानव शरीर का तापमान सेंसर, अल्ट्रासोनिक सेंसर, स्विच और एक स्टोरेज कार्ड लगे हुए हैं।
  • दास के मुताबिक उन्होंने देखा कि यह मालूम होने के बावजूद कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए सुरक्षित दूरी बनाना कितना कठिन है, लोग ऐसा करने में कठिनाई का अनुभव कर रहे थे। ऐसे में उन्हें लगा कि एक-दूसरे को जो बार-बार वे याद दिला रहे हैं, यह काफी नहीं है। इसके लिए एक ऐसे रिमाइंडर की जरूरत थी, जो लगातार याद दिलाता रहे। इसलिए उन्होंने पेंडेंट पर काम किया।

कितनी होगी डिवाइस की कीमत?

  • एक बार यह डिवाइस यदि व्यावसायिक तौर पर सामने आ गई तो यह करीब 500 रुपये की कीमत में उपलब्ध होगी।
  • थोक में उत्पादन होने की दशा में यह 400 रुपये की कीमत में भी मिल पायेगा।

क्यों जरूरी है सोशल डिस्टेंसिंग?

स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार सोशल डिस्टेंसिंग कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए जरूरी है, ताकि यदि कोई कोरोना वायरस के संक्रमण में है तो उसके संपर्क में आने से कोई और भी इस संक्रमण का शिकार न हो सके। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने की दशा में यह बेहद कारगर साबित हो सकता है।

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