कोरोना संकट की इस घड़ी में इन 9 बातों को 9 दीयों की तरह हृदय में जलाए रखें
कृपया शेयर करें ताकि अधिक लोग लाभ उठा सकें

कोरोना क्विक अपडेट

  • स्वास्थ्य मंत्रालय के 15 मई 2021 के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में अभी कोरोना के 3673802 एक्टिव केस हैं, 20432898 लोग ठीक हो चुके हैं और 266207 की मृत्यु हो चुकी है।
  • वेबसाइट वर्ल्डमीटर्स.इनफो के मुताबिक, भारत कोरोना से मृत्यु के मामले में अमेरिका और ब्राजील के बाद तीसरे स्थान पर है।
  • विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के मुताबिक, कोरोना से पूरी दुनिया में अब तक 16,15,13,458 लोग संक्रमित हुए हैं और 33,52,109 लोग दम तोड़ चुके हैं।
  • कोरोना के बारे में अफवाहों से बचने और पल-पल की सही जानकारी व ख़बरें प्राप्त करने के लिए जुड़े रहें https://tanman.org/ के साथ।

अभिरंजन कुमार जाने-माने पत्रकार, कवि और मानवतावादी चिंतक हैं। कई किताबों के लेखक और कई राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय समाचार चैनलों के संपादक रह चुके अभिरंजन फिलहाल न्यूट्रल मीडिया प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक हैं।


भारत में कोरोना संक्रमण के 3000 से अधिक मामले कन्फर्म हो चुके हैं और संभवतः हम एक बड़े खतरे की ओर धकेले जा चुके हैं, लेकिन इस खतरे को हमें हर हाल में नाकाम करना है। ऐसे में इन 9 बातों को 9 दीपों की तरह अपने हृदय में जला लीजिए।

1. वे लोग बड़े मासूम हैं जो सोचते हैं कि चीन कबूल कर लेगा कि उसी ने पूरी दुनिया में कोरोना फैलाया है और अगर वह ऐसा कबूल नहीं करेगा, तो उसे क्लीन चिट दे दिया जाएगा।

2. वे लोग भी बड़े मासूम हैं जो सोचते हैं कि तबलीगी जमात कबूल कर लेगी कि उसने जान बूझकर भारत में महामारी फैलाने की साज़िश रची और अगर वह ऐसा कबूल नहीं करेगी, तो उसे क्लीन चिट दे दिया जाएगा।

3. दुनिया भी महसूस कर रही है कि चीन ने क्या किया है। और हम भी महसूस कर रहे हैं कि चीन के बाद हमारे यहां तब्लीगियों ने क्या किया है।

4. सैंकडों आतंकवादी घटनाएं भुलाई जा सकती हैं, लेकिन तब्लीगियों की इस राक्षसी करतूत को नहीं भुलाया जा सकता, क्योंकि यह पाप की पराकाष्ठा है।

5. जिन लोगों ने तब्लीगियों की इस हरकत का बचाव किया है, या इसपर चुप्पी साध ली है, या इसकी जिम्मेदारी किसी और पर डालने का प्रयास किया है, उन्हें भी नहीं भुलाया जाएगा। उनके कथित लिबरल और सेक्युलर मुखौटे के पीछे छिपे कट्टर धर्मांध पापी आतंकवादी को भी हमने पहचान लिया है।

6. हर आतंकवादी घटना के बाद सरकार और खुफिया एजेंसियों पर विफलता के आरोप लगाए जा सकते हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं होता कि आतंकवादियों को उनकी गलती की सज़ा नहीं दी जाती।

7. कोरोना ने हमें सबूत सहित बता दिया है कि हम किस तरह बारूद के ढेर पर चादर ताने सो रहे थे।

8. अगर हम जैसे लोकतांत्रिक, सहिष्णु, मानवतावादी, धैर्यवान और सर्वजन समभाव रखने वाले लोगों में भी यह राय बन गई है, तो सोच लीजिए कि पापियों के दिन पूरे हुए। शिशुपाल की सौ गलतियां पहले ही माफ की जा चुकी हैं।

9. कोरोना से तो भारत उबरेगा ही, और इस संकल्प को बल देने के लिए आज हम 9 बजे 9 मिनट तक दीपक भी ज़रूर जलाएंगे। धन्यवाद।

अभिरंजन कुमार का यह पोस्ट आप यहां देख सकते हैं।

डिस्क्लेमर (अस्वीकरण) : इस वेबसाइट पर स्वास्थ्य से संबंधित सभी सामग्रियां केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए प्रकाशित की गई हैं और ये पेशेवर चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं हैं। इसलिए अपने स्वास्थ्य या किसी मेडिकल कंडीशन के बारे में यदि आपके मन में कोई सवाल हैं, तो हमेशा किसी योग्य चिकित्सक या अन्य योग्य स्वास्थ्य पेशेवर का मार्गदर्शन लें। यदि आपको लगता है कि आपको कोई मेडिकल इमरजेंसी हो सकती है, तो तुरंत अपने डॉक्टर अथवा आपातकालीन सेवाओं को कॉल करें, या फिर अपने नजदीकी अस्पताल के आपातकालीन विभाग में जाएं। कृपया यह भी ध्यान रखें कि विज्ञापनों में अथवा बाहरी लिंक के सहारे इस वेबसाइट से बाहर ले जाने अन्य वेबसाइटों पर किए गए दावों के लिए तनमन.ओआरजी की टीम ज़िम्मेदार नहीं है।

error: Content is protected !!