
Problems after miscarriage and Simple home Remedies
दोस्तो, TanMan.org पर हम आपके लिए हेल्थ, फिटनेस, लाइफस्टाइल और फैशन (Health, fitness, lifestyle, fashion) से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां लेकर आते हैं। इसी कड़ी में आज हम आपको बता रहे हैं गर्भपात (Miscarriage) के बाद होने वाली मुश्किलों से जुड़े तीन अहम सवालों के जवाब।
पहला सवाल: गर्भपात के दुष्प्रभाव क्या होते हैं?
जवाब: मिसकैरिज के बाद आम तौर पर शरीर में काफी थकान (fatigue) महसूस होती है। अत्यधिक ब्लीडिंग (bleeding) होने के कारण कमज़ोरी (weakness) भी स्वाभाविक है। बदन में दर्द, बुख़ार, डिस्चार्ज और लैक्टेशन (Body pain, Fever, Discharge, Lactation) की समस्या भी हो सकती है। इन शारीरिक परेशानियों (Physical problems) के अलावा मानसिक तौर पर भी महिलाओं को बहुत परेशानी (Mental problems, Psychological problems) होती है। इसके लिए ज़रूरी है कि स्वयं को किसी ऐसे काम में व्यस्त रखें, जिसमें आपका मन लगे। अधिक देर तक अकेली ना रहें।
दूसरा सवाल: गर्भपात के बाद इन्फेक्शन (Infection after miscarriage) के क्या संकेत हैं?
जवाब: यदि आपको मिसकैरिज के बाद निम्न प्रकार के लक्षण (Symptoms) दिखाई दें, तो समझ लीजिए कि इन्फेक्शन हुआ है-
दो सप्ताह से अधिक समय तक ब्लीडिंग और दर्द रहना
नियमित रूप से 100 डिग्री या उससे अधिक बुखार रहना
ठन्डे पसीने आना
डिस्चार्ज में से दुर्गन्ध आना
तीसरा सवाल: यदि अधूरा गर्भपात हुआ हो, तो क्या होता है?
जवाब: जब गर्भपात होता है, तब बहुत अधिक ब्लीडिंग के कारण वैसे तो गर्भाशय (Uterus) से प्रेगनेंसी (Pregnancy) के सभी अंश बाहर निकल जाते हैं। लेकिन फिर भी कभी-कभी थोड़े बहुत अंश बाकी रह जाते हैं। इसके लिए ज़रूरी है कि आप अपने डॉक्टर से संपर्क करें और उनसे पूरा एश्योरेंस मिलने पर ही निश्चिंत हों। क्योंकि पूरी तरह गर्भपात ना होने की स्थिति में आपके शरीर में संक्रमण फैल सकता है, जिसे ठीक होने में अच्छा-खासा समय लग सकता है।
अस्वीकरण (Disclaimer):
इस वेबसाइट पर प्रकाशित स्वास्थ्य संबंधी जानकारियां केवल सूचनात्मक उद्देश्य के लिए हैं और ये पेशेवर चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं हैं। यदि आप किसी स्वास्थ्य समस्या से जूझ रहे हैं या ऐसी किसी समस्या का आपको संदेह है, तो अपने पारिवारिक चिकित्सक या अन्य उपयुक्त चिकित्सक से परामर्श करें। यदि आप किसी हेल्थ इमरजेंसी का सामना कर रहे हैं या इसका आपको संदेह है, तो कृपया अपने नजदीकी अस्पताल के आपातकालीन विभाग में जाएं।
You must log in to post a comment.