
Upendra Kushwaha nominated as MLC in Bihar
पटना। 17 मार्च। हाल ही में अपनी पार्टी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड में विलय कराने वाले उपेंद्र कुशवाहा को बड़ा पुरस्कार मिला है। उन्हें बिहार विधान परिषद का सदस्य मनोनीत किया गया है।
बिहार में कुछ विधान पार्षदों के कार्यकाल की समाप्ति और कुछ के त्यागपत्र देने के कारण विधान परिषद की 12 सीटें खाली थीं, जिन्हें राज्यपाल के मनोनयन द्वारा भरा जाना था। इसलिए निर्वाचन विभाग, बिहार द्वारा जारी एक अधिसूचना में बताया गया है कि लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 74 के अनुसरण में बिहार के राज्यपाल ने इन 12 रिक्त सीटों के लिए सदस्यों का मनोनयन कर दिया है।

गौरतलब है कि जनता दल यूनाइटेड ने उपेंद्र कुशवाहा को पहले ही अपने संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष भी मनोनीत किया है। ऐसे में कयास यह भी लगाए जा रहे हैं कि विधान पार्षद बनाए जाने के बाद अब उपेंद्र कुशवाहा को नीतीश मंत्रिमंडल में कोई महत्वपूर्ण विभाग भी दिया जा सकता है।
आपको बता दें कि राज्यपाल द्वारा मनोनीत 12 विधान पार्षदों में उपेंद्र कुशवाहा के अलावा ये 11 नाम भी शामिल हैं-
- श्री अशोक चौधरी
- श्री जनक राम
- प्रो० (डा०) राम वचन राय
- श्री संजय कुमार सिंह
- श्री ललन कुमार सर्राफ
- प्रो० (डा०) राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता
- श्री संजय सिंह
- श्री देवेश कुमार
- डा० प्रमोद कुमार
- श्री घनश्याम ठाकुर
- श्रीमती निवेदिता सिंह