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The Most Powerful Mantra Gayatri Mantra Om Bhur Bhuva Swaha

दोस्तो, गायत्री महामंत्र इस प्रकार है- ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्यः धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्॥ नीचे इस मंत्र का शब्दशः अर्थ और भावार्थ भी दिया गया है। तो जरूर देखें और सुनें इस महामंत्र का मनमोहक वीडियो। हमें विश्वास है कि यह आपके मन-मस्तिष्क को अपार शांति और शक्ति प्रदान करेगा।

गायत्री मंत्र के प्रथम 9 शब्द ईश्वर के गुणों की व्याख्या करते हैं। मंत्र के हर शब्द की व्याख्या इस प्रकार है- ॐ = प्रणव भूर = मनुष्य को प्राण प्रदाण करने वाला भुवः = दुख़ों का नाश करने वाला स्वः = सुख़ प्रदाण करने वाला तत = वह, सवितुर = सूर्य की भांति उज्जवल वरेण्यं = सबसे उत्तम भर्गो = कर्मों का उद्धार करने वाला देवस्य = प्रभु धीमहि = आत्म चिंतन के योग्य (ध्यान) धियो = बुद्धि, यो = जो, नः = हमारी, प्रचोदयात् = हमें शक्ति दें (प्रार्थना)

हिन्दी में गायत्री मंत्र का भावार्थ- उस प्राणस्वरूप, दुःखनाशक, सुखस्वरूप, श्रेष्ठ, तेजस्वी, पापनाशक, देवस्वरूप परमात्मा को हम अपनी अन्तरात्मा में धारण करें। वह परमात्मा हमारी बुद्धि को सन्मार्ग में प्रेरित करे।


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