‘गर्मी आने पर मर जाएगा कोरोना’, जानिए इस वायरल दावे में कितना दम?
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Does warm weather slow the spread of the Corona virus?

कोरोना वायरस से बचाव को लेकर तरह-तरह की बातें लोग कर रहे हैं। सोशल मीडिया (social media) पर भी कोरोना वायरस के खात्मे को लेकर कई तरह की बातें सामने आ रही हैं। इनमें से जो बात सबसे अधिक हो रही है वह है गर्मी की। कहा जा रहा है कि गर्मी आने दीजिए, कोरोना कहां जायेगा पता भी नहीं चलेगा। क्या वाकई ऐसा होने वाला है? क्या सच में गर्मी जब बढ़ेगी तो कोरोना वायरस विदाई ले लेगा?

आखिर ऐसा क्यों कह रहे हैं लोग?

लोग यदि ऐसा कह रहे हैं, तो इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह यह है कि जितने भी प्रकार के वायरस अब तक ज्ञात हैं, इनमें से अधिकतर के मामले में देखा गया है कि अधिक गर्मी को ये झेल नहीं पाते हैं। गर्मी मिलने पर इनकी मौत हो जाती है। ये खत्म हो जाते हैं। यही वजह है कि लोग कोरोना वायरस को लेकर भी ऐसी ही बातें करते नजर आ रहे हैं। कुछ लोग तो गरम पानी पीने और गरम पानी से नहाने की भी सलाह दे रहे हैं। बहुत से लोग कह रहे हैं कि फ्रिज में रखी कोई चीज न खाएं। इस तरह से इतने पोस्ट सामने आ चुके हैं कि लोग कन्फ्यूज हो गये हैं। सबसे बड़ी बात है कि यूनिसेफ का नाम तक इनके साथ जोड़ दिया जा रहा है।

लेकिन यूनिसेफ ने तो ऐसा कभी कहा ही नहीं

इस बारे में यूनिसेफ की ओर से मीडिया में बताया गया है कि यूनिसेफ (Unicef) ने कभी नहीं कहा कि यदि आप ठंडी चीजें नहीं खाएंगे तो आपको कोरोना वायरस अपनी चपेट में नहीं लेगा। कोरोना वायरस तब फैलता है जब इससे संक्रमित व्यक्ति छींकता या खांसता है और इस दौरान जो कण बाहर आते हैं, उनमें कोरोना वायरस के कण मौजूद होते हैं। ये आसपास मौजूद लोगों के शरीर में उनके सांस लेने के जरिये प्रवेश कर जाते हैं। आपको यह जानकर ताज्जुब हो सकता है कि छींकने या खांसते वक्त जो थूक निकलता है, उसमें इस तरह के तीन हजार से अधिक कणों की मौजूदगी रहती है। इसे ड्राॅपलेट्स भी कहते हैं।

ध्यान दीजिए, इसकी पुष्टि अब तक नहीं हुई है

अब यदि बात करें कोरोना वायरस के गर्मी से मरने के बारे में, तो आपको बता दें कि इस तरह की सभी खबरें या सभी बातें केवल भ्रामक हैं। अब तक इसकी पुष्टि हो ही नहीं पाई है कि गर्मी का मौसम आने पर कोरोना वायरस का खात्मा हो जायेगा। इसके बारे में कोई प्रमाण सामने नहीं आये हैं कि आप गरम पानी पीएंगे या फिर गरम पानी से नहाएंगे तो आपको कोरोना वायरस अपने संक्रमण का शिकार नहीं बनायेगा। ये हम नहीं, बल्कि खुद विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी कि WHO कह रहा है। यकीन न हो तो उसकी वेबसाइट पर जाकर कोरोना वायरस सेक्शन के तहत आप मिथ बस्टर्स (https://www.who.int/emergencies/diseases/novel-coronavirus-2019/advice-for-public/myth-busters) को पढ़ लें।

WHO से जानिए हकीकत

इसमें WHO की ओर से एकदम साफ किया गया है कि गर्मी और कोरोना वायरस का कोई लेना-देना नहीं है। शरीर का तापमान तो 37 डिग्री सेल्सियस तक रहता है, फिर भी कोरोना वायरस आसानी से शरीर में रह जाता है और अपने संक्रमण का शिकार भी बना लेता है। डब्ल्यूएचओ का साफ कहना है कि इस भरोसे लापरवाही न बरतें कि गर्मी से वायरस खत्म हो जायेगा। गरम पानी से नहाने के चक्कर में कहीं आप अपने शरीर को ही न जला लें। कोरोना वायरस से बचाव का इससे अच्छा तरीका कोई और नहीं हो सकता कि आप समय-समय पर साबुन या फिर हैंड वाश से अपने हाथों को अच्छी तरह से साफ करते रहें और गंदे हाथों से अपने नाक और मुंह के साथ अपनी आंखों को छूने से बचें। एक और बात, यदि आपके सेनिटाइजर है, तो बीच-बीच में आपको इसे भी अपनी हथेलियों पर रगड़ लेना चाहिए।

गर्म से लेकर ठंडे देश तक हैं संक्रमण की जद में

जहां तक बात सार्स नामक महामारी की है, जो कि वर्ष 2012 में फैली थी, उसका खात्मा जुलाई आते-आते हो गया था। ऐसे में माना जाने लगा था कि गर्मी आई और बीमारी खत्म हो गई। हालांकि, आज तक इस बात के प्रमाण वैज्ञानिकों को नहीं मिले हैं कि गर्मी के मौसम की वजह से यह बीमारी खत्म हुई थी। कोरोना वायरस के इस मामले इसलिए मायने में अलग हैं कि ये न केवल एकदम ठंडे देशों को प्रभावित कर रहे हैं, बल्कि बेहद गर्म देश के वासी भी इसका शिकार हो चुके हैं। न तो सूखे शहर इससे बच पा रहे हैं और न ही ह्यूमिडिटी वाले शहर। ऐसे में भला कोई दावे से यह कैसे कह सकता है कि गर्मी आने पर कोरोना वायरस खत्म हो जायेगा।

अफ्रीकी देशों की हालत देखी या नहीं?

चलिए, अब नजर डालते हैं डब्ल्यूएचओ के अफ्रीकन रीजन की एक रिपोर्ट पर। इस रिपोर्ट में अफ्रीका के उन देशों का जिक्र किया गया है, जहां कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले सामने आ चुके हैं। वैसे तो इसमें कई देश हैं, लेकिन इजिप्ट और दक्षिण अफ्रीका इसमें सर्वाधिक प्रभावित दिखाये गये हैं। अफ्रीका के देशों का तापमान ऊंचा बना रहता है, इससे हम और आप भली-भांति अवगत हैं, मगर फिर भी यहां कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। दुबई, जो कि गर्म है, वहां के लोग यदि कोरोना वायरस की जद में आये हैं, तो ग्रीनलैंड जो कि एकदम ठंडा है, वहां के लोग भी इस जानलेवा वायरस के संक्रमण का शिकार होने से खुद को नहीं बचा पाये हैं।

बचाव तो आपको अब खुद ही करना होगा

अब तक 168 देशों में कोरोना वायरस का फैलाव हो चुका है। इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि समय रहते इसे नियंत्रण में नहीं लिया गया तो स्थिति कितनी भयावह होगी, इसकी कल्पना तक करके किसी की भी रूह कांप उठेगी। बेहतर होगा कि गर्मी में कोरोना वायरस के खत्म होने जैसी अफवाहों पर ध्यान न देते हुए केवल साफ-सफाई और सोशल डिस्टेंस जैसी सर्तकता पर ध्यान देते हुए खुद को सुरक्षित रखा जाए और कोरोना वायरस के संक्रमण को आगे बढ़ने से रोका जाए।

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