How Much is Vitamin D Important for Your Body, Read Here
विटामिन डी शरीर के लिए बहुत ही जरूरी बताया जाता है। इसके बारे में माना जाता है कि यदि यह आपके शरीर में पर्याप्त मात्रा में मौजूद है, तो बीमारियां आपके आसपास भी नहीं फटकेंगी। इसलिए शरीर में इसकी आपूर्ति करते रहनी चाहिए।
विटामिन डी (Vitamin D) दरअसल ऐसे हार्मोन्स का समूह है, जो वसा में घुल जाता है। सूर्य की रोशनी इसकी सबसे बड़ी स्रोत होती है, क्योंकि इसके संपर्क में आने के साथ ही आपके शरीर में इसका निर्माण शुरू हो जाता है। यह आपके आंतों में कैल्शियम को सोखने का काम करता है। इसके बाद इसे यह हड्डियों में फैला देता है, जिससे हड्डियां मजूबत बनती हैं।
विटामिन डी (Vitamin D) की कमी से होने वाली बीमारियां
- कमजोर हड्डियां।
- दिल से संबंधित बीमारियां।
- कैंसर का खतरा।
- टाइप टू मधुमेह।
- मांसपेशियों में दर्द।
- अत्यधिक थकान महसूस होना।
- स्वभाव में चिड़चिड़ापन।
- अनियमित पीरियड्स।
- बालों का झड़ना।
विटामिन डी (Vitamin D) की कमी के लक्षण
- हड्डियों में बार-बार दर्द होना।
- रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी आना।
- किसी काम को करने के लिए ऊर्जा न मिलना।
- उदासी छाना और तनाव में रहना।
- बिना मेहनत किये भी पसीना आना।
- चेहरे पर कम उम्र में ही झुर्रियां आना।
- भोजन पचने में दिक्कत होना।
- मसूड़ों में तकलीफ बढ़ना।
- रक्तचाप का बढ़ना।
विटामिन डी की कमी का पता एक ब्लड टेस्ट के ज़रिए लगाया जाता है, जो आजकल ब्लड टेस्ट करने वाली प्रायः सभी लैबोरेटरीज़ करती हैं।
ऐसे पाएं विटामिन डी (Vitamin D)
- सुबह के वक्त धूप सेंकने से अधिक लाभ होता है, लेकिन धूप अगर अधिक तीखी न हो और दिन का तापमान बहुत ज्यादा न हो, तो दिन में भी धूप सेंकने से पूरा लाभ मिलता है।
- धूप के संपर्क में आपके शरीर के जितने अधिक हिस्से एक्सपोज्ड रहेंगे, उतना अच्छा।
- रोज़ाना कम से कम 15 मिनट से लेकर 45 मिनट तक की धूप शरीर में विटामिन डी की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त होती है।
- यूं तो विटामिन डी के लिए धूप से बढ़िया कोई विकल्प नहीं है, लेकिन दूध, पनीर, छाछ आदि को आहार में शामिल करके भी आप इसकी कमी को कुछ हद तक पूरी कर सकते हैं।
- इसके अलावा गाजर खाएं या उसका जूस पीएं।
- मशरुम खाना भी लाभदायक होता है।
- मखाने के सेवन से भी फायदा होगा।
- ड्राई फ्रूट्स भी जरूर खाएं।
अधिक न लें विटामिन डी का डोज
शरीर में विटामिन डी की मात्रा काफी कम हो जाने पर अक्सर डॉक्टर कुछ सप्लीमेंट्स लिखते हैं, लेकिन ध्यान रहे कि ऐसे सप्लीमेंट्स केवल और केवल डॉक्टर की सलाह से ही लें, क्योंकि शरीर में विटामिन डी की अधिकता हो जाने से भी अनेक नुकसान हो सकते हैं। जैसे,
- दिल से संबंधित बीमारियों की चपेट में आने का खतरा।
- कोलेस्ट्रेल के स्तर में बढ़ोतरी।
- रक्तचाप में बढ़ोतरी।
- कमजोरी महसूस होना।
- सिर में दर्द का अनुभव।
- बार-बार चक्कर आना।
- पेट का बार-बार बिगड़ना।
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