रोज़ करें ये 4 आसन और प्राणायाम, स्वस्थ रहेंगे फेफड़े
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Top 4 Asana and Pranayama for keeping your lungs healthy

यदि आपके फेफड़े स्वस्थ हैं, तो इससे अच्छा आपके लिए कुछ भी नहीं हो सकता, क्योंकि आजकल के समय में जब हर ओर प्रदूषण तेजी से फैल रहा है, तो ऐसे में फेफड़ों को स्वस्थ रख पाना आसान नहीं है। वैसे तो फेफड़ों को उत्तम और स्वस्थ बनाये रखने के लिए सबसे उपयोगी प्रणायाम होते हैं, लेकिन यहां हम आपको कुछ योगासनों के बारे में भी बता रहे हैं, जो न केवल आपके फेफड़े को स्वस्थ रहने में मदद करते हैं, बल्कि उनकी सांस लेने और इसे शरीर के सभी भागों तक पहुंचाने की क्षमता को और बढ़ा सकते हैं।

अनुलोम विलोम (Anulom Vilom)

  • हर तरह की चिंता को दूर रखने में मदद करता है।
  • दिल में किसी भी तरह की रुकावट नहीं आने देता है।
  • इसे करने के लिए जमीन पर कुछ बिठाकर आरामदायक मुद्रा में बैठ जाएं।
  • दाहिने हाथ के अंगूठे से दाहिनी नाक के नथुने को बंद करके बाईं नाक से गहरी सांस लीजिए।
  • फिर दाहिने हाथ की अनामिका उंगली से बाईं नाक के नथुने को बंद कीजिए और दाहिनी नाक के नथुने से अंगूठा हटाकर सांस को निकालिए।
  • बस इतना ध्यान रखें कि आपका बायां हाथ घुटने पर हो।

अनुलोम विलोम प्राणायाम

त्रिकोणासन (Trikonasana)

  • फेफड़ों तक आसानी से सांसों को पहुंचाने में मदद करता है।
  • फेफड़े के साथ पेट व जांघ की मांसपेशियां भी इससे मजबूत बनती हैं।
  • इसे करने के लिए दोनों पैरों के बीच दूरी बनाकर खड़े हो जाएं।
  • दाएं पैर की ओर झुककर हाथ को जमीन पर रख दीजिए।
  • बाएं हाथ को ऊपर की ओर एकदम सीधा कर दें, ताकि नीचे और ऊपर वाले हाथ एक सीध में नजर आएं।
  • आपकी नजरें इस दौरान ऊपर की ओर ही उठी होनी चाहिए।
  • इस अवस्था में कुछ देर रहकर हाथ बदलकर इसे दोहराएं।

त्रिकोणासन

गोमुखासन (Gomukhasana)

  • यह सीने के रास्ते को सांस के पास होने के लिए खोल देता है।
  • थकावट दूर करने के साथ तनाव को भी घटाता है।
  • पीठ दर्द में बहुत आराम देता है।
  • इसे करने के लिए पहले तो जमीन पर कुछ बिठाकर आराम से बैठ जाएं।
  • खींच कर दाएं पैर को शरीर के समीप लाएं।
  • इसके बाद बाएं पैर को खींचकर दाएं पैर की जांघ पर चढ़ा दें।
  • कंधे के ऊपर से दाएं हाथ को पीठ की ओर ले जाएं।
  • अब कोहनी से बाएं हाथ को भी मोड़ लें और पीठ पर ले जाएं।
  • यहां दोनों हाथों को आपस में मिला लें।
  • कुछ देर तक इस स्थिति में रहने के बाद इसे कई बार दोहराएं।

गोमुखासन

भुजंगासन (Bhujangasana)

  • अधिक-से-अधिक ऑक्सीजन शरीर में सोखने में यह मददगार होता है।
  • इसे करते समय जमीन पर कुछ बिछाकर पहले पेट के बल लेट जाएं।
  • दोनों हाथों को अब जमीन पर टिका दें।
  • इन हाथों पर शरीर का वजन डालते हुए ठुड्डी को ऊपर की तरफ और सिर को पीछे की ओर धकेलते हुए ऊपर उठने की कोशिश करें।
  • कमर को ऊपर न उठने दें।
  • करीब 20 सेकेंड तक इसी स्थिति में रहकर फिर से इसे दोहराएं।
भुजंगासन

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