इम्युन सिस्टम की मजबूती के साथ शरीर को ये 18 फायदे पहुंचाता है उत्तानासन
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Boost your immune system with Uttanasana yoganasana

तरह तरह के रोगों और वायरसों के आक्रमण से बचना है तो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को दुरुस्त रखना ही सबसे बेहतर बचाव है। ऐसे में, विभिन्न योगासनों की उपयोगिता सर्वविदित है।

यहां हम आपको एक ऐसे ही योगासन उत्तानासन या हस्तपादासान के बारे में बता रहे हैं, जो न केवल आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर विभिन्न रोगों और वायरसों से लड़ने में आपकी मदद कर सकता है, बल्कि और भी कई तरीके से यह आपके शरीर के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।

उत्तानासन को जानें (Know the Uttanasana)

  • यह संस्कृत का शब्द है, जिसका मतलब होता है शरीर को खींचना।
  • इस आसन को करने के दौरान आपका सिर हृदय के नीचे चला जाता है, जिससे रक्त का संचार पैरों की बजाय सिर की ओर होने लगता है।
  • इससे आपके दिमाग को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मिलने लगता है।

कैसे करें उत्तानासन? (How to do Uttanasana)

  • स्टेप 1
    • सबसे पहले तो दोनों पैरों को मिलाकर सीधे खड़े हो जाएं।
    • गहरी सांस लें।
    • अपने हाथों को सिर के ऊपर सीधा ले जाएं।
  • स्टेप 2
    • धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें।
  • स्टेप 3
    • झुकते हुए बिल्कुल नीचे तक झुकें ताकि आपकी छाती घुटनों के और सिर पैरों के करीब हो जाए।
    • 20 से 30 सेकेंड तक आपको ऐसे रहना है।
    • साथ ही इस दौरान गहरी सांस भी आप लेते रहें।
    • इस दौरान आपके पैर और रीढ़ की हड्डियां बिल्कुल सीधी होनी चाहिए।
    • हथेलियों को पैरों के पंजों के बगल में ज़मीन पर रखें।
    • कुछ देर इसी स्थिति में सिर को विश्राम दें और गहरी सांसें लेते रहें।
  • स्टेप 4
    • अब सांस को अंदर लेते हुए धीरे-धीरे अपने हाथों को आगे करते हुए ऊपर की ओर लेकर जाएं और धीरे धीरे खड़े हो जाएं।
    • फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए हाथों को अपने शरीर के साथ नीचे ले आएं।

उत्तानासन के फायदे (Benefits of Uttanasana)

  1. इससे आपकी जांघ और घुटने मजबूत बनते हैं।
  2. सिरदर्द (Headache) दूर होता है।
  3. अनिद्रा (Insomnia) की शिकायत भी दूर हो जाती है।
  4. साइनस (Sinus) के इलाज में यह प्रभावी है।
  5. बांझपन (Infertility) के भी घरेलू इलाज में से यह एक है।
  6. उच्च रक्तचाप (High BP) इससे नियंत्रण में आ जाता है।
  7. दमा की समस्या में आराम मिलता है।
  8. उत्तानासन (Uttanasana) करने से पाचन प्रणाली शरीर की सुधर जाती है।
  9. नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (National Centre for Biotechnology Information) कहता है कि उत्तानासन करने से रक्त का प्रवाह पूरे शरीर में सुचारु तरीके से होता है।
  10. शरीर के इम्यून सेल्स पर इसके सकारात्मक प्रभाव की वजह से यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है।
  11. किडनी और लिवर उत्तानासन करने से सक्रिय होकर काम करते हैं।
  12. ऑस्टियोपोरोसिस नामक बीमारी को भी यह ठीक कर देता है।
  13. दिमाग (Mind) को यह शांति पहुंचाता है।
  14. इससे आपकी पीठ, पिंडली, हिप्स और घुटनों को बढ़िया स्ट्रेच मिल जाता है।
  15. चिंता (Anxiety) व तनाव (Tension) को उत्तानासन दूर करता है।
  16. रीढ़ की हड्डी इससे मजबूत बनती है।
  17. रजोनिवृत्ति यानी कि मेनोपाॅज के लक्षणों को भी घटाने में यह सहायक है।
  18. डिप्रेशन (Depression) को दूर करने में उत्तानासन बड़ा ही प्रभावी होता है।

कब न करें उत्तानासन? (When not to do Uttanasana)

  • यदि पीठ में किसी तरह की समस्या हो।
  • यदि सर्वाइकल दर्द से पीड़ित हों।
  • रीढ़ की हड्डी की कोई समस्या हो।
  • स्पॉन्डिलाइटिस का यदि शिकार हों।
  • कमर में यदि दर्द हो।

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