कोरोना के खतरे से बचने के लिए क्या करें बुजुर्ग? ये रहे सभी सवालों के जवाब
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कोरोना क्विक अपडेट

  • स्वास्थ्य मंत्रालय के 15 मई 2021 के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में अभी कोरोना के 3673802 एक्टिव केस हैं, 20432898 लोग ठीक हो चुके हैं और 266207 की मृत्यु हो चुकी है।
  • वेबसाइट वर्ल्डमीटर्स.इनफो के मुताबिक, भारत कोरोना से मृत्यु के मामले में अमेरिका और ब्राजील के बाद तीसरे स्थान पर है।
  • विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के मुताबिक, कोरोना से पूरी दुनिया में अब तक 16,15,13,458 लोग संक्रमित हुए हैं और 33,52,109 लोग दम तोड़ चुके हैं।
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What should the older adults do to avoid the risk of COVID-19?

WHO के मुताबिक, अब तक कोविड-19 से दुनिया भर में जितने लोगों की मौत हुई है, उनमें 95 प्रतिशत वे लोग हैं, जिनकी उम्र 60 साल या इससे अधिक की थी। ऐसे में यहां हम आपको WHO और CDC द्वारा जारी किये गये दिशा-निर्देशों के मुताबिक बता रहे हैं कि बुजुर्गों को कोरोना वायरस के संक्रमण से अपना बचाव कैसे करना चाहिए।

COVID-19 के संक्रमण की जद में होने पर नजर आएंगे ये लक्षण

  • तबीयत हल्की खराब हो सकती है, जैसे कि सर्दी-खांसी और बुखार आना।
  • स्वास्थ्य संबंधी गंभीर परेशानी भी हो सकती है जैसे कि खांसी का न रुकना और सांस लेने में तकलीफ होने लगना।
  • लक्षण नजर आने में संक्रमण के बाद 2 से 14 दिनों का वक्त लग सकता है।

कोरोना वायरस से बचाव के लिए क्या करें बुजुर्ग?

  • घर पर ही रहें।
  • थोड़े-थोड़े अंतराल पर अपने हाथों को अच्छी तरह से धोते रहें।
  • बीमार लोगों से 6 फीट की दूरी पर रहें यानी कि दो हाथ की दूरी पर।
  • जिस चीज को छूते हैं, उन्हें बार-बार साफ करते रहें और कीटाणुरहित भी करते रहें।
  • यदि आप बीमारी हो गये हैं या कोविड-19 का शक है, तो तत्काल अपने डाॅक्टर से फोन पर संपर्क करें।

कोरोना वायरस को लेकर बने दबाव का सामना करने के लिए क्या करें बुजुर्ग?

जब यह बात साफ हो चुकी है कि कोरोना वायरस का सर्वाधिक खतरा बुजुर्गों को है और यह महामारी भी लगातार बढ़ती ही जा रही है, तो ऐसे में बुजुर्गों का चिंतित होना स्वाभाविक है। उनके दिमाग पर इसकी वजह से दबाव भी बन रहा है। ऐसे में यहां बताये गये तरीकों से वे अपने दिमाग पर बने दबाव को कम कर सकते हैं और चिंता से छुटकारा पा सकते हैं।

  • सोशल मीडिया पर आने वाले समाचारों को पढ़ने, देखने और सुनने से बचें। बार-बार महामारी के बारे में सुनने से उदासी घेर सकती है।
  • अपने शरीर का पूरा ख्याल रखें।
  • गहरी सांस लिया करें।
  • स्ट्रेचिंग किया करें।
  • ध्यान लगाएं।
  • नियमित रूप से व्यायाम करें।
  • संतुलित आहार लें।
  • अल्कोहल और किसी भी प्रकार के नशे से दूर रहें।
  • दिमाग को कुछ-न-कुछ गतिविधियों में उलझा कर रखें।
  • जिन लोगों पर भरोसा अधिक हो और जिन्हें आपकी भावनाओं की कद्र हो, उनसे बातचीत करते रहें।
  • मानसिक दबाव अधिक होने की सूरत में अपने डाॅक्टर या संबंधित स्वास्थ्यकर्मी से बात करें।
  • पूरी नींद लिया करें।

डिस्क्लेमर (अस्वीकरण) : इस वेबसाइट पर स्वास्थ्य से संबंधित सभी सामग्रियां केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए प्रकाशित की गई हैं और ये पेशेवर चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं हैं। इसलिए अपने स्वास्थ्य या किसी मेडिकल कंडीशन के बारे में यदि आपके मन में कोई सवाल हैं, तो हमेशा किसी योग्य चिकित्सक या अन्य योग्य स्वास्थ्य पेशेवर का मार्गदर्शन लें। यदि आपको लगता है कि आपको कोई मेडिकल इमरजेंसी हो सकती है, तो तुरंत अपने डॉक्टर अथवा आपातकालीन सेवाओं को कॉल करें, या फिर अपने नजदीकी अस्पताल के आपातकालीन विभाग में जाएं। कृपया यह भी ध्यान रखें कि विज्ञापनों में अथवा बाहरी लिंक के सहारे इस वेबसाइट से बाहर ले जाने अन्य वेबसाइटों पर किए गए दावों के लिए तनमन.ओआरजी की टीम ज़िम्मेदार नहीं है।



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