इन घरेलू उपायों और सावधानियों से करें दिल के दौरे का इलाज
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Home remedies and precautions for avoiding heart attack

बदलते दौर के साथ बीमारियां भी बहुत आसानी से लोगों के शरीर को जकड़ लेती हैं। गलत खान पान के चलते बीमारियों का खतरा और भी बढ़ता जा रहा है, जिससे युवा पीढ़ी भी प्रभावित हो रही है। वहीं हार्ट अटैक जो कि एक काफी खतरनाक बीमारी है, आज के दौर में एक आम बीमारी बन गई है। यहां हम आपको बता रहे हैं कि हार्ट अटैक के कारण और लक्षण क्या हैं। साथ ही किन तरीकों से इनका उपचार किया जा सकता है। और क्या सावधानियां बरतने से आप इसी बीमारी से बचे रहेंगे।

हार्ट अटैक होने के क्या कारण है?

दिल का दौरा पड़ने का मुख्य कारण जब एक या एक से अधिक कोरोनरी धमनी (coronary artery) अवरूद्ध हो जाती है। कोलेस्ट्रॉल और कई अन्य पदार्थों के संचय के कारण कोरोनरी धमनी संकुचित हो सकती है। इस अवस्था को कोरोनरी धमनी रोग (Coronary artery disease) कहते हैं और अधिकांश दिल के दौरे इसी वजह से होते हैं।

दिल के दौरे के दौरान प्लेक (Plaque- एक चिपचिपा जमाव) फट सकता है, कोलेस्ट्रॉल और कई अन्य पदार्थ रक्त धारा में फैल सकते हैं। जहां प्लेक फटता है, वहां खून का थक्का जम जाता है। अगर ये थक्का बड़ा हो तो रक्त प्रवाह पूरी तरह अवरूद्ध हो जाता है।

दिल का दौरा पड़ने का एक और कारण है- कोरोनरी धमनी की ऐंठन, जिसकी वजह से ह्दय की मांसपेशियों तक जाने वाले रक्त का प्रवाह अवरूद्ध हो जाता है। तंबाकू और अन्य नशीले पदार्थों, जैसे कोकेन आदि से जानलेवा ऐंठन पैदा हो सकती है। दिल की धमकी के फटने के कारण भी दिल का दौरा पड़ सकता है।

हार्ट अटैक होने के लक्षण

  • सीने में दर्द होना: सीने में दर्द या दबाव या दिल के बीचों-बीच कसाव महसूस हो।
  • शरीर के दूसरे हिस्सों में दर्द होना: अगर दर्द सीने से शरीर के दूसरे हिस्सों में जाता हुआ महसूस हो, जैसे सीने से हाथों, जबड़े, गर्दन, पीठ और पेट की तरफ दर्द महसूस हो। हाथों में ज्यादातर बाएं हाथ पर असर पड़ता है, लेकिन दोनों हाथों में दर्द हो सकता है।
  • मन अशांत लगना या चक्कर आना।
  • पसीना से तर-बतर होना।
  • सांस लेने में तकलीफ़ होना।
  • मितली आना यानी उल्टी जैसा लगना।
  • बेचैनी महसूस होना।
  • खांसी के दौरे, ज़ोर-ज़ोर से सांस लेना।

हार्ट अटैक से बचने के घरेलू उपाय

  • लौकी का जूस: लौकी की सब्जी या जूस का रोज़ाना सेवन करने से हार्ट अटैक का खतरा कम होता है। इसके अलावा इसे कच्चा खाना भी दिल के मरीज़ों के लिए फायदेमंद होता है।
  • पीपल के पत्ते: पीपल के 10-12 पत्तों को साफ करके पानी में उबाल लें। कम से कम 15 दिनों तक इसे पीने से हार्ट ब्लॉकेज की समस्या खत्म हो जाती है और हार्ट अटैक का खतरा कम होता है।
  • अंकुरित गेहूं: गेहूं को 10 मिनट तक पानी में उबालकर अंकुरित करने के लिए किसी कपड़े में बांध कर 1 इंच लंबा होने दें। रोज़ाना इसका सेवन दिल की बीमारी का खतरा कम करता है।
  • गाजर: कच्चा गाजर या इसके जूस का सेवन दिल के लिए बहुत फायदेमंद होता है। रोज़ाना गाजर का रस पीने और डाइट में हरी सब्जियां शामिल करने से आप हार्ट अटैक के खतरे से बच सकते हैं।
  • अर्जुन की छाल: अर्जुन की छाल को सुखा कर इसका चूर्ण बना लें। रोज इस पाउडर को चाय में डालकर पीने से आप हार्ट अटैक के खतरे से दूर रह सकते हैं।
  • लाल मिर्च का घोल: अगर आप किसी को भी हार्ट अटैक आते देखते हैं तो एक चम्मच लाल मिर्च एक ग्लास पानी में घोलकर मरीज को दे दें। एक मिनट के भीतर आपको मरीज की हालत में सुधार दिखने लगेगा। लाल मिर्च का जूस बनाकर इसकी कुछ बूंदें मरीज की जीभ के नीचे डाल देने से भी उसकी हालत में तेजी से सुधार आता है।

हार्ट अटैक न आए, इसके लिए क्या करें

  • धूम्रपान से बनाएं दूरी: हार्ट अटैक का एक कारण धूम्रपान भी है। जिन्हें पहले भी हार्ट अटैक पड़ चुका है, उनके लिए यह और भी खतरनाक साबित हो सकता है। एक शोध में पाया गया कि दिल का दौरा पड़ने के बाद जो मरीज धूम्रपान फिर से शुरू कर देते हैं, उनकी साल भर में मृत्यु होना निश्चित है।
  • वजन को कंट्रोल करें: मोटापे के कारण नसों में ब्लॉकेज की समस्या हो सकती है, जो कि हार्ट अटैक का कारण बन सकता है। इसलिए अपनी उम्र और लंबाई के हिसाब से वजन कंट्रोल करें। इसके अलावा वजन कंट्रोल करने के लिए व्यायाम और एक्सरसाइज ज़रूर करें।
  • ड्राई फ्रूट्स को करें अपनी डाइट में शामिल: विटामिन ई, मैगनीशियम, फाइबर और पोटेशियम के गुणों से भरपूर नट्स दिल को सुरक्षित रखने का काम करते हैं। इनका सेवन रक्त वसा पर नेगेटिव असर डालता है। इसके अलावा इससे कोलेस्ट्रॉल को कम करने में भी मदद मिलती है, जो कि हार्ट अटैक के खतरे को कम करता है।

हार्ट अटैक के मरीज क्या सावधानियां बरतें

  1. हार्ट अटैक के बाद तली-भूनी और ज्यादा नमक वाली चीजों से परहेज करें। हरी सब्जियां और फ्रेश जूस पिएं। इसके अलावा, सिगरेट और तंबाकू से दूरी बना कर रखें। तंबाकू में मौजूद निकोटिन इस बीमारी का खतरा बढ़ा देता है।
  2. रोज़ाना नियमित रूप से योगा करने के साथ मॉर्निंग वॉक पर भी जाएं। डॉक्टर की सलाह पर एक्सरसाइज करें। इन सबसे शरीर में ब्लड और ऑक्सीजन सप्लाई बेहतर होता है और आपका दिल स्वस्थ रहता है।
  3. डिप्रेशन और तनाव को अपने शरीर पर हावी ना होने दें। तनाव या ज्यादा सोचने से आपके दिल पर बुरा असर पड़ता है। इसके अलावा, आप अपने वजन पर भी कंट्रोल रखें। मोटापे की वजह से भी हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
  4. नियमित रूप से अपने शुगर और ब्लड प्रेशर का चेकअप कराएं। साथ ही, कोलेस्ट्रोल को भी कंट्रोल में रखें। कोलेस्ट्रोल बढ़ने से आपको दोबारा हार्ट अटैक आने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।
  5. हार्ट अटैक आने के बाद आप ऐसे काम बिल्कुल ना करें जिसमें आपको ताकत लगाना पड़ रहा है और ज्यादा भारी सामान भी ना उठाएं। इनका आपके दिल पर बुरा असर पड़ता है। साथ ही, अटैक के बाद कम से कम 2 से 3 हफ्तों तक फिजिकल रिलेशन बनाने से बचें।

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