हेपेटाइटिस सी के कारण, लक्षण और उपचार
कृपया शेयर करें ताकि अधिक लोग लाभ उठा सकें

Reasons, symptoms and treatment of Hepatitis C

हेपेटाइटिस सी नामक बीमारी दरअसल हेपेटाइटिस सी वायरस से होती है। यह वास्तव में फैलने वाली और एक गंभीर बीमारी है, जिसमें लीवर बुरी तरह से प्रभावित होता है। अमेरिका की तो 39 लाख आबादी इसकी चपेट में रहती है। भारत में भी करीब 35 लाख लोग इसका शिकार बताये जाते हैं। यह एक ऐसी बीमारी है, जो किसी को भी हो सकती है। काफी हद तक अब इसका इलाज ढूंढ़ लिया गया है। यहां हम आपको हेपेटाइटिस सी लक्षण और इसके इलाज के बारे में बता रहे हैं।

हेपेटाइटिस सी के कारण

  1. यदि आप अधिक मसालेदार और तैलीय भोजन अपने आहार में ले रहे हैं, तो यह इस बीमारी की वजह बन सकता है।
  2. ऐसे भोजन जो बेहद कठोर होते हैं, आपको उनके सेवन से बचना चाहिए, क्योंकि इसे पचाने में लिवर की सांसें फूल जाती हैं। ऐसे में यदि यह नहीं पच पाता है, तो यहीं पड़े-पड़े सड़कर बीमारी वाले कीटाणुओं को जन्म दे देता है।
  3. रक्त चढ़ाने से भी कई बार यह बीमारी हो जाती है।
  4. पैरासिटामॉल एवं ब्यूटाजोलीडीन जैसी कुछ दवाईयां भी यदि आप अधिक लेते हैं, तो इनकी वजह से भी कई बार यह बीमारी हो जाती है।
  5. सुइयों का कई लोगों द्वारा उपयोग से भी यह बीमारी फैलती है।
  6. किसी भी तरह का नशा करने, धूम्रपान करने और कई बार मांसाहारी भोजन अधिक करने से भी इस बीमारी की चपेट में आने का खतरा बढ़ जाता है।

हेपेटाइटिस सी के लक्षण

  1. जी मिचलाता है। साथ ही भूख भी कम हो जाती है।
  2. शरीर तुरंत थकने लगता है।
  3. मूत्र का रंग गहरा जाता है।
  4. बुखार आने लगता है।
  5. पेट में दर्द की शिकायत होने लगती है।
  6. शरीर के साथ आंखों में भी पीलापन नजर आने लगता है।
  7. मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द का अनुभव होने लगता है।
  8. कभी-कभी पैर सूज जाते हैं और वजन भी कम हो जाता है।

इलाज के घरेलू उपाय

  1. बीमारी का पता चलने पर कुछ दिनों तक फलों का ज्यादा-से-ज्यादा सेवन करें।
  2. इस दौरान शरीर में पानी की कमी नहीं होने दें।
  3. जंक और फास्ट फूड से पूरी तरह से दूरी बना लें।
  4. तुलसी के पत्ते को पीस लें। इसमें फिर गन्ना का रस मिला दें। इसे करीब 20 दिनों तक पीने से लाभ मिलने लगता है।
  5. पालक, इलायची, नींबू, टमाटर, किशमिश, बादाम और आंवला का सेवन जरूर करें।
  6. तुलसी के पत्ते को पीस लें। इसमें फिर मूली का रस मिला दें। इसे पीने से भी फायदा मिलता है।
  7. ध्यान रखें कि फ्रेश इंजेक्शन ही हमेशा लगवाएं। संक्रमित इंजेक्शन इसका कारण बन सकता है। नाक छिदवाने और टैटू बनवाते वक्त भी सुईयों का ध्यान रखें कि कहीं ये संक्रमित तो नहीं हैं।
  8. बेहतर होगा कि संबंध बनाने वक्त सुरक्षा का ख्याल रखें।
  9. चावल के दाने से थोड़े बड़े कपूर के टुकड़े के साथ शहद मिलाकर मरीज को खिलाने से भी इसमें लाभ मिलता है।

डिस्क्लेमर (अस्वीकरण) : इस वेबसाइट पर स्वास्थ्य से संबंधित सभी सामग्रियां केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए प्रकाशित की गई हैं और ये पेशेवर चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं हैं। इसलिए अपने स्वास्थ्य या किसी मेडिकल कंडीशन के बारे में यदि आपके मन में कोई सवाल हैं, तो हमेशा किसी योग्य चिकित्सक या अन्य योग्य स्वास्थ्य पेशेवर का मार्गदर्शन लें। यदि आपको लगता है कि आपको कोई मेडिकल इमरजेंसी हो सकती है, तो तुरंत अपने डॉक्टर अथवा आपातकालीन सेवाओं को कॉल करें, या फिर अपने नजदीकी अस्पताल के आपातकालीन विभाग में जाएं। कृपया यह भी ध्यान रखें कि विज्ञापनों में अथवा बाहरी लिंक के सहारे इस वेबसाइट से बाहर ले जाने अन्य वेबसाइटों पर किए गए दावों के लिए तनमन.ओआरजी की टीम ज़िम्मेदार नहीं है।


error: Content is protected !!